संस्कृति मंत्रालय Public Art of India (PARI) प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए सार्वजनिक कला प्रतिष्ठानों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। यह प्रोजेक्ट भारत की सार्वजनिक कला को बढ़ावा देने और उसे समृद्ध करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इसे ललित कला अकादमी और नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट द्वारा संचालित किया जाता है। इस प्रोजेक्ट में फड़, थंका, गोंड और वारली जैसी विभिन्न क्षेत्रीय कला शैलियों को 200 से अधिक कलाकारों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। वर्तमान में PARI केवल दिल्ली में लागू किया गया है। यह प्रोजेक्ट भारत की सांस्कृतिक विरासत को समकालीन विषयों के साथ जोड़ता है और सार्वजनिक स्थानों में संवाद और चिंतन को प्रोत्साहित करता है।
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