जर्मनी में स्थित कार्लज़ूए ट्रिटियम न्यूट्रिनो (KATRIN) प्रयोग ने अप्रैल 2025 में कण भौतिकी में एक महत्वपूर्ण प्रगति की है। न्यूट्रिनो तटस्थ उप-परमाणु कण होते हैं जो रेडियोधर्मी क्षय और सूर्य और सितारों जैसी परमाणु प्रतिक्रियाओं में बनते हैं। जर्मनी के कार्लज़ूए में स्थित KATRIN प्रयोग का उद्देश्य इलेक्ट्रॉन एंटी-न्यूट्रिनो के द्रव्यमान को मापना है, जो बीटा क्षय के दौरान उत्पन्न होता है। KATRIN के नवीनतम परिणामों ने न्यूट्रिनो द्रव्यमान की ऊपरी सीमा को 0.45 इलेक्ट्रॉन वोल्ट से कम कर दिया है, जो 50% सुधार का संकेत है।
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