अंबिका चरण मजूमदार
1916 का लखनऊ अधिवेशन कई मायनों में महत्वपूर्ण था। इसकी अध्यक्षता अंबिका चरण मजूमदार ने की थी।
इस अधिवेशन में लगभग एक दशक बाद कांग्रेस के उदारवादी और उग्रवादी फिर से एक मंच पर आए, जिसका श्रेय मुख्य रूप से एनी बेसेंट को जाता है।
इसके अलावा, कांग्रेस और अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के बीच ऐतिहासिक लखनऊ समझौता भी इसी अधिवेशन में हुआ था।
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