12 अगस्त 1765 को शाह आलम द्वितीय और क्लाइव के बीच इलाहाबाद की संधि हुई। इस संधि के तहत शाह आलम द्वितीय ने ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी सौंपी। कंपनी को दीवानी अधिकार मिले, लेकिन नवाब ने अपनी संपूर्ण प्रशासनिक और सैन्य शक्ति (निजामत) कंपनी द्वारा नियुक्त दीवान को सौंप दी। यह व्यवस्था दोहरी सरकार के रूप में जानी गई। इसमें कंपनी के पास शक्ति थी लेकिन कोई जिम्मेदारी नहीं, जबकि नवाब के पास जिम्मेदारी थी लेकिन कोई शक्ति नहीं। इस प्रणाली को लॉर्ड क्लाइव की छद्म व्यवस्था कहा गया। 1772 में वॉरेन हेस्टिंग्स ने इस दोहरी सरकार की प्रणाली को समाप्त कर दिया।
This Question is Also Available in:
English