विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय
एक केंद्रीय मंत्री ने SHRI कार्यक्रम की 5वीं वर्षगांठ पर भारत की प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान के संयोजन की क्षमता को रेखांकित किया। SHRI कार्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एकजुट करता है ताकि सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ी समस्याओं के लिए डेटा एकत्र किया जा सके, सहयोग स्थापित किया जा सके और तकनीकी समाधान प्रदान किए जा सकें। प्रमुख पहल में गैर-आक्रामक संरक्षण तकनीक, अजंता गुफाओं का डिजिटलीकरण और कलाकृतियों की बहाली शामिल है। यह कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा समर्थित है ताकि नवीन तकनीकों के माध्यम से सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सके।
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