Q. सरल लोलक की डोरी द्वारा एक पूर्ण दोलन में किया गया कार्य __ के बराबर होता है: Answer:
शून्य
Notes: सरल लोलक की डोरी द्वारा एक पूर्ण दोलन में किया गया कार्य शून्य होता है। डोरी में तन्यता बल उस घटक को पूरी तरह संतुलित कर देता है जो डोरी के समानांतर होता है। इससे संतुलन स्थिति की ओर लौटने वाला कुल पुनर्स्थापन बल शून्य हो जाता है।