लीवर का वर्ग इस बात पर निर्भर करता है कि बीच में कौन सा घटक स्थित है। क्लास 1 लीवर में बीच में फुलक्रम होता है, जैसे झूला, कैंची और प्लायर। इनमें से कैंची और प्लायर को डबल क्लास 1 लीवर माना जाता है। क्लास 2 लीवर में भार बीच में होता है, उदाहरण के लिए व्हीलबैरोज और नट क्रैकर। क्लास 3 लीवर में प्रयास बीच में होता है, जैसे चिमटी, स्टेपलर और माउसट्रैप।
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