1919 का अराजक और क्रांतिकारी अपराध अधिनियम, जिसे रॉलेट एक्ट के नाम से जाना जाता है, 10 मार्च 1919 को दिल्ली की इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल द्वारा पारित किया गया था। इस अधिनियम ने ब्रिटिश सरकार को मनमाने अधिकार दे दिए, जिससे दमन बढ़ा। महात्मा गांधी ने ऐसे अन्यायपूर्ण कानूनों के खिलाफ अहिंसक असहयोग आंदोलन की योजना बनाई, जो 6 अप्रैल को हड़ताल से शुरू होना था। पूरे देश में 6 अप्रैल 1919 को राष्ट्रीय अपमान दिवस के रूप में मनाया गया।
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