2024 के भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (CPI) में भारत 180 में से 96वें स्थान पर है और इसका स्कोर 38 है। 2023 में भारत का स्कोर 39 था और स्थान 93वां था जबकि 2022 में स्कोर 40 था। पड़ोसियों में पाकिस्तान 135वें, श्रीलंका 121वें, बांग्लादेश 149वें और चीन 76वें स्थान पर हैं। डेनमार्क पहले स्थान पर रहा, उसके बाद फिनलैंड और सिंगापुर हैं। भ्रष्टाचार फंड का दुरुपयोग कर और नीतियों को बाधित कर जलवायु कार्रवाई को खतरे में डालता है। 2012 के बाद से 32 देशों में सुधार हुआ है लेकिन 148 देशों की स्थिति स्थिर या खराब हुई है। दो-तिहाई से अधिक देशों का स्कोर 50 से कम है और वैश्विक औसत 43 है। भ्रष्टाचार अधिनायकवाद, अस्थिरता और मानवाधिकार उल्लंघनों को बढ़ावा देता है।
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