पागल पंथी पूर्वोत्तर भारत का एक धार्मिक संप्रदाय था, जो सत्य, भाईचारे और समानता का संदेश देता था। कराम शाह और उनके पुत्र टीपू शाह के नेतृत्व में इस संप्रदाय के सशस्त्र सदस्यों ने जमींदारों पर हमला किया। शुरुआत में ब्रिटिश सरकार ने पागल पंथियों की मांगें मान लीं और किसानों को जमींदारों से बचाने के लिए व्यवस्था की। लेकिन बाद में उन्होंने पागल पंथियों को दबाने के लिए बड़ा सैन्य अभियान चलाया।
This Question is Also Available in:
English