केवल अनुप्रस्थ तरंगों जैसे रेडियो, अल्ट्रा वायलेट और इन्फ्रारेड का ध्रुवीकरण हो सकता है क्योंकि उनकी कंपन दिशा के लंबवत सभी दिशाओं में हो सकती हैं। इसलिए कंपन को एक ही तल में सीमित किया जा सकता है। लेकिन ध्वनि तरंगें अनुदैर्ध्य होती हैं जिनमें कंपन तरंग के संचरण की दिशा में होते हैं। अनुदैर्ध्य तरंगों में कंपन एक सीधी रेखा में होते हैं, इसलिए उन्हें किसी तल में सीमित करना संभव नहीं होता। इस कारण इनका ध्रुवीकरण नहीं हो सकता।
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