अखिल भारतीय खिलाफत सम्मेलन: नवंबर 1919 में मुस्लिम लीग के अध्यक्ष फज़ल-उल-हक के नेतृत्व में दिल्ली में हिंदू और मुस्लिमों की संयुक्त बैठक बुलाई गई। गांधीजी ने असहयोग आंदोलन शुरू करने का सुझाव दिया, जिसका जिन्ना ने विरोध किया। दिसंबर 1919 में खिलाफत सम्मेलन का दूसरा सत्र हुआ। फरवरी 1920 में तीसरा खिलाफत सम्मेलन बॉम्बे में आयोजित हुआ।
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