2023 में भारत का स्थान मातृ मृत्यु में दूसरा था, जो 19,000 मौतों के साथ डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) के बराबर था, जबकि नाइजीरिया 75,000 मौतों के साथ पहले स्थान पर था। यह डेटा यूनाइटेड नेशंस मैटरनल मॉर्टेलिटी एस्टिमेशन इंटर-एजेंसी ग्रुप (MMEIG) की रिपोर्ट से लिया गया है, जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रेंस फंड (UNICEF), यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (UNFPA), वर्ल्ड बैंक ग्रुप और यूनाइटेड नेशंस डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक एंड सोशल अफेयर्स (UNDESA) शामिल हैं। 2023 में विश्वभर में 260,000 मातृ मृत्यु हुईं, यानी प्रतिदिन 712। भारत की मातृ मृत्यु दर (MMR) 2000 में 362 से घटकर 2023 में 80 हो गई, जो 78% की गिरावट है।
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