स्वच्छ पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन
क्योटो प्रोटोकॉल एक अंतरराष्ट्रीय संधि थी, जो 1992 के संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन रूपरेखा समझौते का विस्तार थी। यह संधि सदस्य देशों को ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम करने के लिए प्रतिबद्ध करती है। वैज्ञानिकों की आम सहमति है कि वैश्विक तापमान बढ़ रहा है और मानवजनित CO2 उत्सर्जन इसका प्रमुख कारण है।
This Question is Also Available in:
English