हाल ही में ,संयुक्त युद्ध अध्ययन केंद्र (CENJOWS), एकीकृत रक्षा स्टाफ (IDS) और रक्षा मंत्रालय के तहत, नई दिल्ली में दूसरा रक्षा साहित्य महोत्सव 'कलम और कवच 2.0' आयोजित किया। इस कार्यक्रम का विषय 'रक्षा सुधारों के माध्यम से भारत का उत्थान सुनिश्चित करना' था और इसका ध्यान भारत की आत्मनिर्भर और तकनीकी संचालित सैन्य शक्ति बनने की यात्रा पर था। इस महोत्सव ने रक्षा निर्माण और खरीद सुधारों के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य का समर्थन किया। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष में एकीकरण पर जोर देता है। यह कार्यक्रम रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की 2025 को 'सुधारों का वर्ष' घोषित करने के साथ मेल खाता था। इसने मजबूत सार्वजनिक-निजी भागीदारी और तेजी से तकनीकी हस्तांतरण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। 'कलम और कवच 2.0' ने दिखाया कि साहित्य, नवाचार और रणनीति मिलकर भारत के रक्षा भविष्य को कैसे आकार दे सकते हैं।
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