हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने AI-सक्षम ई-तरंग प्रणाली लॉन्च की। यह भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना विज्ञान संस्थान (BISAG-N) के सहयोग से विकसित की गई है। यह प्रणाली युद्ध और शांति दोनों समय में रक्षा उपकरणों की योजना और संचालन में सुधार करती है। यह रक्षा स्पेक्ट्रम के स्वचालित और कुशल प्रबंधन को सक्षम बनाती है और उच्च आवृत्ति बैंड में नई प्रौद्योगिकियों के विकास का समर्थन करती है। यह तेजी से निर्णय लेने में मदद करती है और रक्षा अनुप्रयोगों के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकियों के एकीकरण को सुविधाजनक बनाती है। BISAG-N MeitY के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय है जो भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी में अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास और सहयोग पर केंद्रित है और क्षमता निर्माण और उद्यमिता का समर्थन करता है।
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