RBI ने 30 जून तक PMC बैंक पर प्रतिबंध को बरकरार रखा
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (Punjab & Maharashtra Cooperative – PMC) बैंक में निकासी और जमा पर प्रतिबंधों को 30 जून, 2021 तक बढ़ा दिया है। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि केंद्रीय बैंक घोटाले से प्रभावित इस बैंक के लिए एक निवेशक को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रहा है।
पृष्ठभूमि
भारतीय रिज़र्व बैंक ने सितंबर 2019 में बैंक में वित्तीय अनियमितताओं के सामने आने के बाद पंजाब और महाराष्ट्र बैंक सहकारी बैंक पर प्रतिबंध लगाए थे। उसके बाद, RBI ने PMC बैंक की सभी गतिविधियों पर अंकुश लगाया था। इसने अगले छह महीने के लिए एक प्रशासक भी नियुक्त किया और ग्राहकों के खातों से निकासी को सीमित किया था। यह प्रतिबंध 31 मार्च, 2021 को समाप्त हो रहे थे।
तारीख क्यों बढ़ाई गई?
भारतीय रिजर्व बैंक ने PMC बैंक के लिए संभावित निवेशक को अंतिम रूप देने में देरी के कारण प्रतिबंधों को बढ़ा दिया है। इसने कुछ निवेशकों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के साथ पुनर्निर्माण करने के लिए प्रस्ताव प्राप्त किए थे।
मामला क्या है?
पीएमसी बैंक कुछ ऋण खातों में कथित अनियमितताओं पर विनियामक कार्रवाइयों और जांच से गुजर रहा है, इसमे वित्तीय रूप से तनावग्रस्त रियल एस्टेट कंपनी Housing Development & Infrastructure (HDIL) को दिए गए ऋण शामिल हैं। बैंक में यह संकट पहली बार सितंबर 2019 में सामने आया था जिसके बाद आरबीआई ने छह महीने के लिए बैंक की गतिविधियों पर अंकुश लगाया। RBI ने ग्राहकों द्वारा बैंक से राशि को निकालने की सीमा पर कम कर दी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमसी बैंक घोटाले पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज किया है।
पीएमसी बैंक (PMC Bank)
पीएमसी बैंक की स्थापना 1984 में हुई थी। इसकी सात राज्यों में 137 शाखाएँ हैं। 81 शाखाएँ ठाणे, मुंबई, नवी मुंबई और पालघर क्षेत्रों में स्थित हैं। छोटे व्यवसाय, आवास सोसायटी और संस्थान इसके प्राथमिक ग्राहक हैं।