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विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना कब की गई थी?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 में की गई थी| इसकी स्थापना के दिन को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस संगठन का उद्देश्य दुनियाभर के लोगों के स्वास्थ्य का स्तर ऊंचा करना ..
“इकारस” क्या है?
“इकारस” ब्रहामंड के बीच में स्थित नीले रंग का विशाल तारा है| यह तारा इतना दूर है कि इसकी रोशनी को पृथ्वी तक पहुँचने में नौ अरब वर्ष लग जायेंगे| “इकरास” तारा नासा की हबल अंतरिक्ष दूरबीन से खोजा गया ..
विश्व का सबसे लम्बा समुद्र पुल किस देश में स्थित है?
विश्व का सबसे लम्बा समुद्र पुल चीन में स्थित है| यह पुल 55 किलोमीटर लम्बा तथा 6 इंच चौड़ा है| इसमें चार सुरंग और चार कृत्रिम द्वीप शामिल है| यह हांगकांग मकाउ और चीन में मुख्य शहरों को आपस में ..
ओलिंपिक खेलों का आधुनिक रूप में आयोजन पहली बार कहाँ पर किया गया था?
ओलिंपिक खेलों का आधुनिक रूप में आयोजन पहली बार एंथेस में 6 अप्रैल 1896 में किया गया था| इन्हें पहले आधिकारिक तौर पर ओलंपियाड खेलों में रूप में जाना जाता था| इस दिशा मे पहल करते हुए 1894 में पेरिस ..
कमलादेवी चट्टोपाध्याय कौन थी?
कमलादेवी चट्टोपाध्याय एक स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता, अभिनेत्री, कला प्रेमी थी|
“सेज” क्या है?
“सेज” पश्चिमी घाट जैवविविधता हॉटस्पॉट से खोजी गई एक वनस्पति प्रजाति है| ‘सेज’ कीचड़ या पानी के किनारे उगने वाला जोड़-रहित डंठल वाला घास की तरह का पौधा है|
उत्तरी अंटलांटिक संधि पर हस्ताक्षर कब किये गए थे?
उत्तरी अंटलांटिक संधि पर हस्ताक्षर 3 अप्रैल 1949 में किये गए थे| अंटलांटिक संधि पर अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्रांस और कनाडा ने हस्ताक्षर किये थे|
राष्ट्रीय समुद्री दिवस कब मनाया जाता है?
राष्ट्रीय समुद्री दिवस प्रतिवर्ष 5 अप्रैल को मनाया जाता है| यह दिवस भारतीय जहाजरानी उद्योग की गतिविधियों और देश की अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका से अवगत कराने के उद्देश्य से मनाया जाता है|
“नाटो” क्या है?
“नाटो” एक संधि के आधार पर बना एक सैन्य संगठन है| इसमें उत्तर अमेरिका और यूरोप के 28 स्वतंत्र सदस्य देश शामिल है| इस संगठन का उद्देश्य अपने सदस्य देशों को राजनीतिक स्वतंत्रता और सैन्य सुरक्षा को बनाये रखना है| ..
‘सरमत’ क्या है?
‘सरमत’ रूस द्वारा निर्मित मिसाइल है| इस मिसाइल की मारक क्षमता 12,000 किलोमीटर से अधिक है| यह मिसाइल 100 टन वजनी परमाणु सामग्री ले जाने में सक्षम है| इस मिसाइल को शैतान-2 से नाम से भी जाना जाता है|