MPEDA ने जलीय कृषकों (aqua-farmers) के लिए बहुभाषी कॉल सेंटर लांच किया
हाल ही में समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (Marine Products Export Development Authority-MPEDA) ने जलीय कृषकों (aqua-farmers) के लिए एक बहुभाषी कॉल सेंटर लांच किया है। यह देश में इस किस्म की पहली पहल है। यह कॉल सेंटर तकनीकी मुद्दों को संबोधित करेगा और चौबीसों घंटे कुशल खेती के तरीकों के बारे में ज्ञान प्रदान करेगा।
मुख्य बिंदु
यह कॉल सेंटर मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश के जलीय कृषकों (aqua-farmers) को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा। ऐसा इसलिए है, क्योंकि आंध्र प्रदेश देश के प्रमुख मछली उत्पादक राज्यों में से एक है। तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और गुजरात के साथ, राज्य देश के 60% से अधिक समुद्री उत्पादों में योगदान देता है।
यह कॉल सेंटर अंग्रेजी और हिंदी में भी कॉल संभाल सकता है। इन कॉल सेंटरों के माध्यम से एक्वाफर्मर्स अपनी चिंताओं के बारे में विशेषज्ञों से सलाह ले सकते हैं। यह कॉल सेंटर एक्वाफार्मर्स को उत्पादन को बढ़ावा देने और उत्पादन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
हाल ही में, बायोफ्लॉक टेक्नोलॉजी ने एक्वाकल्चर में महत्व प्राप्त किया है।
बायोफ्लॉक टेक्नोलॉजी क्या है? (Biofloc Technology)
बायोफ्लॉक टेक्नोलॉजी नई नीली क्रांति है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पोषक तत्वों को लगातार रिसाइकिल किया जा सकता है और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके उन्हें पुन: उपयोग किया जा सकता है। इसके तहत जीवों को भोजन प्रदान करने के लिए तालाब या टैंक के भीतर माइक्रोबियल प्रक्रियाओं का उपयोग किया जाता है। यह तकनीक अपशिष्ट को साफ करने और जलीय जानवरों को भोजन प्रदान करने में काफी उपयोगी है।