HAL में नए उत्पादन संयंत्र का उद्घाटन किया गया
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के उत्पादन के लिए एक नए प्लांट का उद्घाटन किया है। इस प्लांट का उद्घाटन बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में किया गया था। यह संयंत्र भारत के स्वदेशी फाइटर जेट LCA तेजस के उत्पादन को दोगुना करेगा।
मुख्य बिंदु
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को सशस्त्र बलों से 48,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है।
- यह सबसे बड़ी स्वदेशी रक्षा खरीद होने जा रही है जो भारतीय एयरोस्पेस क्षेत्र को बढ़ावा देगी।
- रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि भारत रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में अपने लक्ष्य 75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा।
एलएसी तेजस प्लांट
- नवनिर्मित एलसीए तेजस उत्पादन संयंत्र 35 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है।
- यह प्लांट 83 विमानों के वायु सेना के आर्डर को पूरा करने के लिए प्रति वर्ष एलसीए तेजस के उत्पादन को दोगुना करने में मदद करेगा।
- 83 जेट के आर्डर को पूरा करने की परियोजना में कई सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के भागीदार शामिल होंगे।
- यह परियोजना निजी क्षेत्र में 5,000 नौकरियों का सृजन करेगी।
- HAL की उत्पादन इकाई भी 500-600 लोगों के लिए रोजगार पैदा करेगी।
HAL तेजस
यह भारत के स्वदेशी सिंगल इंजन चौथी पीढ़ी का मल्टीरोल लाइट फाइटर एयरक्राफ्ट है। इसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के एयरक्राफ्ट रिसर्च एंड डिज़ाइन सेंटर (ARDC) द्वारा डिज़ाइन किया गया है। इसे भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के लिए डिज़ाइन किया गया है। LCA को आधिकारिक तौर पर 2003 में “तेजस” नाम दिया गया था।
तेजस की विशेषताएं
इसमें एक डेल्टा-विंग कॉन्फ़िगरेशन है जिसमें सिंगल वर्टीकल स्टेबलाइज़र होता है। इसमें रिलैक्स्ड स्टेटिक, मल्टी-मोड रडार, फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम और इंटीग्रेटेड डिजिटल एवियोनिक्स सिस्टम जैसी तकनीकें हैं। यह अपनी श्रेणी में सबसे छोटा और हल्का है। तेजस अपने विदेशी समकक्ष से बेहतर है। यह अपने विदेशी वेरिएंट की तुलना में काफी सस्ता भी है।