20 फरवरी : विश्व सामाजिक न्याय दिवस
20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसका उद्देश्य निर्धनता, बेरोज़गारी तथा परित्याग की समस्या का सामना करना है। इस वर्ष विश्व सामाजिक न्याय की थीम “डिजिटल अर्थव्यवस्था में सामाजिक न्याय के लिए आवाहन” (A Call for Social Justice in the Digital Economy) है।
मुख्य बिंदु
सामाजिक न्याय के लिए लैंगिक समानता, सामाजिक सुरक्षा तथा प्रवासियों के अधिकारों की सुरक्षा की जानी आवश्यक है। सामाजिक न्याय तभी सुनिश्चित हो सकता है जब लोगों को लिंग, आयु, नस्ल, धर्म अथवा संस्कृति के कारण समस्याओं का सामना न करना पड़े।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 26 नवम्बर, 2007 को 20 फरवरी को प्रतिवर्ष विश्व सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाये जाने को मंज़ूरी दी। पहली बार 2009 में विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया गया।
पृष्ठभूमि
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने सर्वसम्मति से 10 जून 2008 को एक निष्पक्ष वैश्वीकरण के लिए सामाजिक न्याय पर ILO घोषणा को अपनाया था। यह 1919 के ILO के संविधान के बाद से अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन द्वारा अपनाए गए सिद्धांतों और नीतियों का तीसरा प्रमुख बयान है।