12 जून : विश्व बाल श्रम निषेध दिवस (World Day against Child Labour)
हर साल, विश्व बाल श्रम निषेध दिवस (World Day against Child Labour) 12 जून को मनाया जाता है। इसे अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा लॉन्च किया गया था। विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 2002 में शुरू किया गया था।
मुख्य बिंदु
काम में लगे 5 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चे सामान्य बचपन, उचित स्वास्थ्य देखभाल, पर्याप्त शिक्षा, खाली समय और बुनियादी स्वतंत्रता से वंचित हो जाते हैं। बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस को चिह्नित करने का मूल उद्देश्य यही है।
इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों के ध्यान में बाल श्रम की समस्या को लाना भी है। बाल श्रम अक्सर वेश्यावृत्ति और मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ा होता है।
पृष्ठभूमि
श्रम कार्यों में शामिल 10 में से 9 बच्चे एशिया, अफ्रीका और प्रशांत क्षेत्र में हैं। निम्न आय वाले देशों में बाल श्रम का प्रतिशत सबसे अधिक है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार, अफ्रीका में दुनिया में सबसे अधिक बाल श्रमिक हैं। यह दुनिया में बाल श्रम का पांचवां हिस्सा है।
COVID-19 संकट
COVID-19 संकट के दौरान बाल श्रम का मुद्दा बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि बच्चे स्कूल से बाहर हैं और उनके हानिकारक कार्यों में संलग्न होने की अधिक संभावना है। चाइल्ड हेल्पलाइन इंटरनेशनल का कहना है कि वैश्विक आबादी का एक तिहाई हिस्सा COVID-19 संकट के कारण प्रभावित हुआ है और 1.5 बिलियन बच्चे इससे प्रभावित हुए हैं।