हील इन इंडिया (Heal in India) क्या है?
‘हील इन इंडिया’ भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य देश में चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देना है। इस पहल का नेतृत्व स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और आयुष मंत्रालय कर रहा है। सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (CDAC) और सर्विसेज एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (SEPC) मेडिकल वैल्यू ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए ‘वन स्टेप’ हील इन इंडिया पोर्टल विकसित करने के लिए मंत्रालयों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
आयुष मंत्रालय और भारत पर्यटन विकास निगम के बीच समझौता ज्ञापन
आयुष मंत्रालय ने भारत पर्यटन विकास निगम (ITDC), पर्यटन मंत्रालय के साथ आयुर्वेद और चिकित्सा की अन्य पारंपरिक प्रणालियों में चिकित्सा मूल्य यात्रा को बढ़ावा देने के लिए एक साथ काम करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह साझेदारी चिकित्सा और चिकित्सा की पारंपरिक भारतीय प्रणालियों को बढ़ावा देने में मदद करेगी और भारत को चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करेगी।
मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के लिए चैंपियन सर्विस सेक्टर स्कीम
आयुष मंत्रालय ने मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के लिए चैंपियन सर्विस सेक्टर स्कीम (Champion Service Sector Scheme for Medical Value Travel) नामक एक केंद्रीय क्षेत्र योजना विकसित की है। इस योजना के तहत, राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयोग (NCISM) अधिनियम, 2020 के तहत मान्यता प्राप्त प्रणालियों के सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों / डे केयर सेंटरों की स्थापना के लिए निजी निवेशकों को ब्याज सब्सिडी के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इससे भारत में मेडिकल वैल्यू ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास में मदद मिलेगी।
चितन शिविर और वैश्विक आयुष निवेश व नवाचार शिखर सम्मेलन
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने ‘हील इन इंडिया’ और ‘हील बाय इंडिया’ को बढ़ावा देने के लिए कुछ चिंतन शिविरों का आयोजन किया। इन चिंतन शिविरों में आयुष मंत्रालय भी शामिल हुआ। भारत में पर्यटन के माध्यम से पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए इस शिविर में कुछ कार्य बिंदुओं की पहचान की गई थी।
गांधीनगर, गुजरात में ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट के दौरान भारत में हील-मेडिकल वैल्यू ट्रैवल पर एक गोलमेज और पूर्ण सत्र का आयोजन किया गया ताकि भारत को मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के लिए शीर्ष गंतव्य के रूप में बढ़ावा दिया जा सके।