हिमाचल प्रदेश की रेणुकाजी बांध परियोजना : मुख्य बिंदु
27 दिसंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश में रेणुकाजी बांध परियोजना (Renukaji Dam Project) की नींव रखी।
मुख्य बिंदु
- यह सिरमौर जिले में गिरि नदी पर 6,700 करोड़ रुपये की परियोजना है।
- एक बार पूरा हो जाने के बाद, इस परियोजना 200 मिलियन यूनिट ऊर्जा उत्पन्न होने की संभावना है, जिसकी स्थापित क्षमता 40 मेगावाट है।
- इस बांध की भंडारण क्षमता 498 मिलियन क्यूबिक मीटर होगी।
- यह दिल्ली की पेयजल आवश्यकता का लगभग 40% पूरा करेगा।
पृष्ठभूमि
इस बांध का निर्माण पिछले तीन दशकों से लंबित था। यह अंततः छह राज्यों हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और उत्तराखंड की ओर से सहयोग के बाद निर्मित किया जायेगा।
हिमाचल प्रदेश में विकासात्मक परियोजनाएं
- प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में 11,281 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।
- उन्होंने हिमाचल प्रदेश की ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह की अध्यक्षता की।
- ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट से इस क्षेत्र में लगभग 28,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के विकास के साथ निवेश को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
रेणुकाजी बांध परियोजना (Renuka Dam Project)
गिरि नदी पर रेणुका बांध परियोजना की कल्पना भंडारण परियोजना के रूप में की गई है। गिरि नदी यमुना की सहायक नदी है। इस परियोजना का निर्माण हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में किया जायेगा। इसमें 148 मीटर ऊंचाई का एक बांध बनाने की परिकल्पना की गई है, जो दिल्ली और अन्य बेसिन राज्यों को पानी की आपूर्ति करेगा। इस बांध से 40 मेगावाट बिजली भी पैदा होगी। सिंचाई या पेयजल घटक की लागत का 90% केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा जबकि 10% शेष बेसिन राज्यों द्वारा प्रदान किया जाएगा।