हाइब्रिड आतंकवादी (Hybrid Terrorists) कौन हैं?
हाइब्रिड आतंकवादी वे लोग होते हैं जिन्हें आतंकवादी समूहों द्वारा केवल एक या दो मिशनों को अंजाम देने के लिए लाया जाता है। वे मूल रूप से आतंकवादी समूहों की सहायता करते हैं। उदाहरण के लिए, आतंकवादियों को हथियार रखने की अनुमति देने वाले दुकानदार, सूचना देने वाले लोग आदि हाइब्रिड आतंकवादी हैं। वे अस्थायी या अनुबंध मजदूरों की तरह होते हैं। वे आतंकवादी समूह का हिस्सा नहीं होते हैं। हालांकि, वे एक विशिष्ट कार्य को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षित होते हैं।
भारत में हाइब्रिड आतंकवादी
जम्मू-कश्मीर में हाईब्रिड आतंकी बढ़ते जा रहे हैं। आतंकवादी समूह राजनीतिक कार्यकर्ताओं, नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों को हाइब्रिड आतंकवादी में बदलने के लिए उन्हें निशाना बना रहे हैं। इन हाइब्रिड आतंकवादियों को आतंकवादी समूहों द्वारा कट्टर बनाया जाता है। फिर उन्हें स्टैंडबाय मोड पर रखा जाता है। उन्हें आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए सही समय पर लॉन्च किया जाता है। हाइब्रिड आतंकवादियों को लक्ष्य को मारने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
चुनौतियाँ
सुरक्षा बलों के सामने सबसे पहली और सबसे बड़ी चुनौती पहचान की है। हाइब्रिड आतंकवादियों के स्थान या ठिकाने का पता लगाना बेहद मुश्किल है। साथ ही उन्हें रोकना या गिरफ्तार करना या मुठभेड़ों के जरिए समाप्त करना भी मुश्किल है। हाइब्रिड आतंकवादियों की पहचान करने के लिए साइबर पेट्रोल और तकनीकी गैजेट ही दो तरीके हैं।
नार्को आतंक और हाइब्रिड आतंकवादी
नार्को टेरर (narcotics terrorism) में नशीले पदार्थों से कमाए गए पैसे का इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों में किया जाता है। नार्को आतंकी इस पैसे का इस्तेमाल मादक पदार्थों की तस्करी के जरिए हथियार और गोला-बारूद खरीदने में करते हैं। साथ ही, आतंकवादी मादक पदार्थों की तस्करी से अर्जित धन का उपयोग हाइब्रिड आतंकवादियों को भुगतान करने के लिए करते हैं।
भविष्य के खतरे
लगभग 300 प्रशिक्षित हाइब्रिड आतंकवादी कश्मीर घाटी में घुसपैठ करने के लिए लॉन्च पैड का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें अलग-अलग आतंकी गतिविधियाँ सौंपी गई हैं। सैन्य अधिकारियों के अनुसार, वे कुपवाड़ा और गुरेज सेक्टर से प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं।