लचित बोरफुकान (Lachit Borphukan) की 400वीं जयंती : मुख्य बिंदु
असम के मुख्यमंत्री ने हाल ही में लचित बोरफुकान (Lachit Borphukan) की 400वीं जयंती समारोह के लिए थीम सॉंग जारी किया।
लचित बरफुकन कौन हैं?
24 नवंबर, 1622 को पैदा हुए लचित बोरफुकान (Lachit Borphukan), अहोम साम्राज्य में एक कमांडर थे। बोरफुकन को 1671 में सरायघाट की लड़ाई में उनके नेतृत्व के लिए जाना जाता है, जिसने मुगल सेना को अहोम साम्राज्य पर आक्रमण करने से रोक दिया था। बीमारी के कारण एक साल बाद उनका निधन हो गया था।
लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती
- असम सरकार इस साल 18 नवंबर से 25 नवंबर तक अहोम सेनापति की 400वीं जयंती मनाने की योजना बना रही है।
- 18 नवंबर को प्रत्येक जिले में असम पुलिस, भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, भारतीय नौसेना और वायु सेना के कर्मियों और राष्ट्रीय कैडेट कोर द्वारा मार्च-पास्ट परेड आयोजित की जाएगी।
- सरकार जोरहाट में लचित बोरफुकान के मैदान को सुंदर बनाने और इसे पर्यटकों के आकर्षण में बदलने के लिए भी प्रयास कर रही है।
- इस कार्यक्रम का थीम सॉन्ग हाल ही में रिलीज किया गया, जिसे मशहूर गायक जुबिन गर्ग ने कंपोज किया है। यह थीम गीत लचित बोरफुकान की बहादुरी और बलिदान और लचित दिवस के उत्सव के महत्व को श्रद्धांजलि देता है।
- इस समारोह के हिस्से के रूप में, असम सरकार 20 नवंबर को स्थानीय लोगों से 50 बीघा जमीन लेगी। यह भूमि दान करने वाले लोगों के आभार के रूप में 12 करोड़ रुपये भी प्रदान करेगी।
- इस समारोह के दौरान रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण और सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे नाटक प्रदर्शन, वाद-विवाद और भाषण प्रतियोगिताओं जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
- लाचित बरफुकन की 400वीं जयंती का केंद्रीय कार्यक्रम 23 से 25 नवंबर तक नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन के दौरान अहोम सेनापति के जीवन पर आधारित एक डाक्यूमेंट्री का विमोचन किया जाएगा।