राजशेखर, कवि

राजशेखर एक लोकप्रिय संस्कृत कवि और नाटककार थे। वह नौवीं-दसवीं शताब्दी में ब्राह्मण वंश के थे। उनके पिता एक उच्च पुजारी थे और उनके दादा अकालजालदा एक महान कवि थे। संभवतः उनका जन्म महाराष्ट्र में हुआ था। राजशेखर ने एक कुशल क्षत्रिय राजकुमारी अवंतिसुंदरी से शादी की।
राजशेखर के कार्य
राजशेखर के प्रमुख ग्रंथ ‘काव्यमीमांसा’, ‘बाल रामायण’, ‘बाल भारत’, ‘कर्पूरमंजरी’, ‘विद्धशालभंजिका’, ‘भुवनकोश’ और ‘हरिविलास’ हैं। उनकी ‘बाल भारत’ और ‘बाल रामायण’ रामायण के किस्से से संबंधित हैं। कर्पूरमंजरी एक प्राकृत नाटक है। यह प्राकृत भाषा में है। राजशेखर संस्कृत के साथ प्राकृत भाषा के भी अच्छे जानकार थे। कर्पूरमंजरी की प्राकृत प्रौढ़ एवं प्रांजल है।

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