यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) क्या है?

यमुनोत्री धाम चार धाम का हिस्सा है – हिमालय में चार प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ। हिमालय में अन्य प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ हैं। यमुनोत्री धाम वार्षिक तीर्थयात्रा का प्रारंभिक बिंदु है जो मई से अक्टूबर तक आयोजित की जाती है। यह यमुना नदी के स्रोत के करीब स्थित है।

यमुनोत्री धाम हाल ही में खबरों में क्यों है?

उत्तराखंड की राज्य सरकार ने खरसाली में जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम तक 3.38 किलोमीटर रोपवे बनाने का अनुबंध किया है। रोपवे यात्रा के समय को मौजूदा 2 से 3 घंटे से घटाकर सिर्फ 20 मिनट कर देगा। इस पर 166.82 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। यह रोपवे 10,797 फीट की ऊंचाई पर बनाया जाना है, जो मोनो-केबल डिटैचेबल गोंडोला सिस्टम तकनीक पर आधारित है।

यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham)

यमुनोत्री यमुना नदी का स्रोत है और गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है। यह 3,291 मीटर की ऊंचाई पर है और उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में है। हनुमान चट्टी से केवल 13 किमी की चढ़ाई के माध्यम से मंदिर तक पहुँचा जा सकता है।

मंदिर कालिंद पर्वत की तलहटी में है। मंदिर के बगल में बंदरपूंछ पर्वत है।

यमुनोत्री मंदिर का निर्माण किसने करवाया था?

तेजरी नरेश सुदर्शन शाह ने 1839 में मंदिर का निर्माण किया था। बाद में एक भूकंप में मंदिर को नष्ट कर दिया गया था। जयपुर के महाराजा गुलराजा ने 19वीं सदी में मंदिर का पुनर्निर्माण कराया।

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