भारत सरकार लांच करेगी ‘स्टार्ट-अप इंडिया सीड फंड स्कीम’
सरकार ने 29 जनवरी, 2021 को स्टार्ट-अप इंडिया सीड फंड स्कीम (SISFS) शुरू करने की घोषणा की है।
स्टार्ट-अप इंडिया सीड फंड स्कीम (SISFS)
- इस योजना को 945 करोड़ रुपये के कोष के साथ लॉन्च किया जाएगा।
- उत्पाद परीक्षण, बाजार-प्रवेश, प्रोटोटाइप विकास और व्यावसायीकरण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की जा रही है।
- स्टार्ट-अप इंडिया सीड फंड स्कीम के तहत देश भर में चयनित इनक्यूबेटरों के माध्यम से फण्ड वितरित किया जाएगा।
- यह योजना वर्ष 2021-25 के लिए मिशन मोड में होगी।
- SISFS के लॉन्च पर आधिकारिक अधिसूचना उद्योग और आंतरिक व्यापार (DPIIT) के संवर्धन विभाग द्वारा जारी की गई थी।
- SISFS का समग्र कार्यान्वयन और निगरानी DPIIT द्वारा की जाएगी। इसके लिएDPIIT एक विशेषज्ञ सलाहकार समिति (EAC) का गठन करेगा।
- विशेषज्ञ सलाहकार समिति (ईएसी) सीड फंड को आवंटित करने के लिए इनक्यूबेटरों का मूल्यांकन और चयन करेगी।
- किसी भी स्टार्ट-अप को केवल एक बार ‘सीड सपोर्ट प्रदान किया जाएगा।
योजना के तहत कौन से स्टार्ट-अप पात्र हैं?
- SISFS का लाभ एक स्टार्ट-अप द्वारा लिया जा सकता है जो कि आवेदन के 2 साल के भीतर अस्तित्व में आया हो।
- स्टार्ट-अप को डीपीआईआईटी द्वारा मान्यता दी जाएगी।
- इस योजना के तहत स्टार्ट-अप का आईडिया एक उपयुक्त व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य होना चाहिए और इसके उत्पाद या सेवा में प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए।
- अधिसूचना में यह बताया गया है कि अपशिष्ट प्रबंधन, सामाजिक प्रभाव, स्वास्थ्य सेवा, वस्त्र, कृषि, जल प्रबंधन, रक्षा, खाद्य प्रसंस्करण, शिक्षा, ऊर्जा, रेलवे, वित्तीय समावेशन जैसे क्षेत्रों में नवीन समाधान तैयार करने को प्राथमिकता दी जाएगी।
- इससे पहले स्टार्ट-अप को किसी अन्य केंद्रीय या राज्य सरकार की योजना के तहत 10 लाख रुपये से अधिक की मौद्रिक सहायता प्राप्त नहीं होनी चाहिए।