भारत ने 2025 तक 14 अरब डॉलर समुद्री उत्पाद निर्यात का लक्ष्य रखा
केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने हाल ही में इंडिया इंटरनेशनल सीफूड शो का उद्घाटन किया। शो में बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि भारत ने 14 बिलियन अमरीकी डालर का समुद्री भोजन लक्ष्य रखा है। और 2025 तक यह लक्ष्य हासिल करने की योजना है। 2021-22 में देश का समुद्री खाद्य निर्यात 7.76 बिलियन अमरीकी डालर था। यह कुल कृषि वस्तुओं के निर्यात का 17% था।
पृष्ठभूमि
भारत समुद्री खाद्य क्षेत्र, विशेषकर मत्स्य पालन क्षेत्र में उत्पादन बढ़ाने के लिए कई उपाय शुरू कर रहा है। हाल ही में, CMFRI ने समुद्री पिंजरा पालन (sea cage farming) के लिए साइटों की पहचान की। मछली पकड़ने के पारंपरिक तरीकों की तुलना में समुद्री पिंजरे की खेती में मछली का उत्पादन अधिक होता है। 146 से अधिक स्थानों की पहचान की गई और इससे कुल मछली उत्पादन में 3.2 मिलियन टन की वृद्धि होगी।
साथ ही, MPEDA G20 मीट के दौरान सीफूड उत्पादन पर एक सम्मेलन आयोजित करेगा। यह सम्मेलन समुद्री भोजन पर नियमों के सामंजस्य पर ध्यान केंद्रित करेगा।
चिंताएं
भारत अब 100 से अधिक देशों को सुरक्षित समुद्री भोजन निर्यात कर रहा है। साथ ही, भारत विभिन्न देशों के साथ हस्ताक्षरित FTA के तहत मछली का निर्यात कर रहा है। हालांकि, यूरोपीय बाजार हाल ही में झींगा पर एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल के बारे में शिकायत कर रहे हैं। इससे यूरोपीय बाजारों के साथ भारत का मछली व्यापार प्रभावित हुआ। मत्स्य पालन में भारत के प्रमुख प्रतियोगी चीन और अमेरिका हैं।