भारतीय वायुसेना तरंग शक्ति (Tarang Shakti) अभ्यास का आयोजन करेगी

भारतीय वायु सेना (IAF) तरंग शक्ति नामक एक महत्वपूर्ण बहुपक्षीय अभ्यास आयोजित करने की तैयारी कर रही है। इस अभ्यास का उद्देश्य 12 देशों की वायु सेनाओं के साथ सैन्य सहयोग को बढ़ाना है। यह भारत में आयोजित अब तक का सबसे बड़ा हवाई अभ्यास होने का अनुमान है, जिसमें विभिन्न देशों और उनकी सैन्य संपत्तियों की भागीदारी शामिल है।

भाग लेने वाले राष्ट्र और अनुसूची

हालांकि अभ्यास के स्थान का खुलासा नहीं किया गया है, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों की वायु सेनाओं के तरंग शक्ति में शामिल होने की उम्मीद है। यह अभ्यास इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाला है। छह वायु सेनाएं इस अभ्यास में सक्रिय रूप से भाग लेंगी, जबकि शेष देश पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेंगे। हालाँकि, अभ्यास के लिए अंतिम मंजूरी सरकार से लंबित है।

IAF की संलग्नताएँ और सहयोग

भारतीय वायुसेना इस साल की शुरुआत में कई देशों के साथ संयुक्त अभ्यास में सक्रिय रूप से शामिल रही है। उल्लेखनीय अभ्यासों में फ्रांस में मोंट-डे-मार्सन एयरबेस पर आयोजित ओरियन अभ्यास और ग्रीस में एंड्राविडा बेस पर आयोजित INIOCHOS अभ्यास शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, IAF और संयुक्त राज्य वायु सेना (USAF) ने भारत में कई ठिकानों पर कोप इंडिया-2023 नामक एक संयुक्त अभ्यास में भाग लिया।

आगामी कार्यक्रम

तरंग शक्ति अभ्यास से पहले, भारतीय वायुसेना के मिस्र में एक और अभ्यास में भाग लेने की उम्मीद है, जो अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और अंतरसंचालनीयता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा।

इसके अलावा, भारतीय वायुसेना के तीन राफेल लड़ाकू विमान 14 जुलाई को पेरिस में चैंप्स एलिसीज़ के ऊपर बैस्टिल डे फ्लाईपास्ट में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैस्टिल डे परेड के दौरान सम्मानित अतिथि होंगे।

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