फ्रीडम हाउस की रिपोर्ट में भारत को ‘आंशिक रूप से मुक्त’ घोषित किया गया
अमेरिकी सरकार द्वारा वित्त पोषित गैर सरकारी संगठन “फ्रीडम हाउस” ने हाल ही में वैश्विक राजनीतिक अधिकारों और स्वतंत्रता पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित की। इस रिपोर्ट की शीर्षक “Freedom in the World 2021 – Democracy under Siege” है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
इस रिपोर्ट में, लोकतंत्र और मुक्त समाज के रूप में भारत की स्थिति “आंशिक रूप से मुक्त” दर्शाई गयी है। रिपोर्ट यह भी कहती है कि, ऐसा लगता है कि भारत ने वैश्विक लोकतांत्रिक नेता की अपनी क्षमता को छोड़ दिया है। इसने यह भी रेखांकित किया कि, मुक्त राष्ट्रों के ऊपरी रैंक से भारत की डाउनग्रेड रैंक वैश्विक लोकतांत्रिक मानकों पर प्रभाव को विशेष रूप से नुकसान पहुंचाएगी। भारत को 100 में से 67 का स्कोर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि भारत में राजनीतिक अधिकार और नागरिक स्वतंत्रता में गिरावट दर्ज की गयी है।
पृष्ठभूमि
वर्ष 2018, 2019 और 2020 के लिए फ्रीडम हाउस की रिपोर्ट में भारत को “स्वतंत्र” के रूप में दर्जा दिया गया था। नवीनतम रिपोर्ट में, भारत का स्कोर 100 में से 67 था।
विश्व रिपोर्ट में स्वतंत्रता
विश्व में स्वतंत्रता रिपोर्ट को वर्ष 1973 में फ्रीडम हाउस द्वारा लॉन्च किया गया था। इस रिपोर्ट में, इसने स्कोर के आधार पर देशों में स्वतंत्रता के स्तर का आकलन किया और उन्हें “मुक्त”, “आंशिक रूप से मुक्त” या “मुक्त नहीं” घोषित किया।