पश्चिम बंगाल का ‘दुआरे सरकार’ कार्यक्रम क्या है?
पश्चिम बंगाल सरकार ने ‘दुआरे सरकार’ (द्वार पर सरकार) नामक एक आउटरीच कार्यक्रम लांच किया है। इस कार्यक्रम के तहत, स्थानीय निकाय स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जायेगा। शहरों में शिविरों का इन आयोजन निगमों द्वारा और ग्राम स्तर पर ग्राम पंचायतों द्वारा आयोजित किया जायेगा।
मुख्य बिंदु
पश्चिम बंगाल के लोग इस कार्यक्रम के तहत लगाए जाने वाले शिविरों के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस कार्यक्रम के तहत शामिल प्रमुख योजनाएँ हैं – कन्याश्री, शिक्षाश्री और खाद्य साथी। इसमें रूपश्री, तपोसिली बंधु, अख्याश्री और MGNREGS जैसी अन्य योजनाएं भी शामिल हैं। स्थानीय निकाय 1 दिसंबर, 2020 और 30 जनवरी, 2020 के बीच इन शिविरों का आयोजन करेंगे। इन शिविरों के माध्यम से राज्य सरकार सरकारी सेवाओं को पश्चिम बंगाल के लोगों की चौखट तक ले जाएगी।
दुआरे सरकार अभियान में कौन-कौन सी योजनाएं शामिल हैं?
- कन्याश्री एक नकद हस्तांतरण कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य लड़कियों को स्कूल में बनाए रखना और कम उम्र में होने वाले विवाहों को रोकना है।
- खाद्य साथी कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि 90% आबादी खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत आती है।
- शिक्षाश्री कार्यक्रम अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के छात्रों को कक्षा 5 से कक्षा 8 तक के अध्ययन के लिए एकमुश्त अनुदान प्रदान करता है।
- रूपश्री कार्यक्रम के तहत, बेटी की शादी के दौरान समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को 25, 000 रुपये का एक बार का वित्तीय अनुदान प्रदान किया जाता है।
- जय जोहार योजना अनुसूचित जनजातियों की बेहतरी के लिए कार्य करती है।
- तपोसीली बंधु अनुसूचित जाति के लोगों के लिए पेंशन योजना है।
- अख्याश्री कार्यक्रम राज्य में अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करता है
इन योजनाओं के अलावा यह कार्यक्रम पेंशन, विधवा, विकलांग व्यक्तियों से संबंधित योजनाओं पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।