दिल्ली स्ट्रीटस्क्रैपिंग प्रोजेक्ट (Delhi Streetscraping Project) क्या है?
दिल्ली सरकार एक पुनर्विकास, सड़कों का निर्माण और सौंदर्यीकरण परियोजना शुरू करने जा रही। राष्ट्रीय राजधानी में करीब 540 किलोमीटर सड़कों का सौंदर्यीकरण किया जायेगा।
परियोजना के बारे में
- इस परियोजना के तहत, देश की राजधानी में सड़कों को यूरोपीय मानकों, यानी 30 मीटर या उससे अधिक के लिए पुनर्विकास किया जाएगा। साथ ही, यह परियोजना पैदल चलने वालों के लिए सड़कों को सुरक्षित बनाएगी।
- यह परियोजना पारगमन वाहनों, साइकिल चालकों और पैदल चलने वालों के लिए सड़कों को संतुलित बनाएगी।
- इस परियोजना को हाइब्रिड वार्षिकी मोड में लागू किया जाना है। इसे दिल्ली के लोक कल्याण विभाग द्वारा लागू किया जाना है।
- सरकार इस परियोजना को लागू करने वाली एजेंसियों को परियोजना लागत का 60% भुगतान करेगी। शेष राशि का भुगतान तीस द्वि-वार्षिक किश्तों में हाइब्रिड वार्षिक मोड में किया जायेगा। साथ ही इन सड़कों के रखरखाव का जिम्मा यही एजेंसियां संभालेंगी।
योजना क्या है?
दिल्ली के लोक कल्याण विभाग ने 9 सलाहकार नियुक्त किए हैं। ये सलाहकार सरकार को सड़कों के निर्माण पर सलाह देंगे। साथ ही, सलाहकार डेटा का विश्लेषण करेंगे, ट्रैफिक पैटर्न का अध्ययन करेंगे और समाधान तैयार करेंगे। साथ ही, वे यह सुनिश्चित करेंगे कि सड़कें टिकाऊ हों।
यह परियोजना क्यों शुरू की गई है?
Centre for Science and Environment के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में सबसे अधिक घातक दुर्घटनाएँ होती हैं। दिल्ली में एक दिन में औसतन 5 मौतें सड़क हादसों में होती हैं। इसका मुख्य कारण पूरे शहर में सड़क की अनियमित चौड़ाई है। साथ ही, कुछ स्थानों पर सड़क के किनारे के अतिरिक्त स्थानों का उपयोग ठीक से नहीं किया जाता है।
महत्व
राजधानी की हर सड़क अनोखी और अलग है। यह परियोजना पैदल चलने वालों के लिए भी उपयुक्त जगह प्रदान करेगी। इस परियोजना के तहत दिल्ली की सभी सड़कों पर साइकिल के लिए विशेष लेन होगी। साथ ही इस परियोजना में शौचालय, वाटर कूलर, ग्रीन स्पेस, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, लाइब्रेरी, स्ट्रीट फर्नीचर, ई-रिक्शा और लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए जगह आवंटित की जाएगी।