चीन का गरीबी-रोधी अभियान : जानिए किस तरह चीन ने गरीबी को कम किया?
हाल ही में चीन ने गरीबी को मिटाने के लिए अपने 8 वर्षों के अभियान में सफलता की घोषणा की। 2012 में, चीनी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करके ‘मध्यम समृद्ध’ समाज का निर्माण करने की परिकल्पना की थी। इसके बाद इसने ‘खराब स्थिति वाले क्षेत्रों की राष्ट्रीय सूची’ बनाई।
मुख्य बिंदु
इस अभियान में राज्य के संसाधनों का बड़े पैमाने पर एकत्रीकरण और दूरदराज के गांवों के लोगों को शहरी केंद्रों के करीब नई बस्तियों में स्थानांतरित करना शामिल था। बुजुर्गों और दिव्यंगों के लिए कैश हैंडआउट और बेरोजगारों के लिए नौकरी की योजनाएं इस अभियान का हिस्सा हैं।
2015 में, चीन ने देश में गरीबी उन्मूलन के लिए 2020 की समय सीमा तय की थी। इसे प्राप्त करने के लिए चीन ने अभियान चलाए, स्थानीय उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा विकसित की। इस अभियान ने मुख्य रूप से भ्रष्टाचार का विरोध किया और जिससे गरीबी दूर हुई। इस अभियान को गरीबी-रोधी अभियान कहा जाता है।
पिछले 40 वर्षों में 850 मिलियन से अधिक चीनी अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाले जा चुके हैं। पिछले पांच वर्षों में, इस अभियान ने 68 मिलियन ग्रामीण लोगों को गरीबी से बाहर निकलने में मदद की। इसके कारण राष्ट्रीय गरीबी की दर 10.2 से घटकर 3.1 प्रतिशत रह गई है।
पृष्ठभूमि
UN Millennium Goals Report (2015) से पता चलता है कि गरीबी उन्मूलन में चीनी नागरिकों की प्रमुख भूमिका थी। वैश्विक स्तर पर आधी गरीबी को कम करने के लिए संयुक्त राष्ट्र मिलेनियम गोल्स लक्ष्य को पूरा करने में बीजिंग की नीतियों ने बहुत योगदान दिया।
योजना
इस रणनीति के तहत, निम्नलिखित योजना को लागू किया गया था :
गरीबी को कम करने में व्यक्तियों की बजाय घरों को लक्षित करना।
- इसे प्राप्त करने के लिए एक राष्ट्रीय पंजीकरण प्रणाली स्थापित की गई थी।इस प्रणाली ने 1,28,000 से अधिक गांवों और 2,90,000 घरों के बारे में जानकारी एकत्र की।
- इस सिस्टम ने चीन को गरीबी से ग्रस्त क्षेत्रों की पहचान करने में मदद की।चीन के गरीबी से प्रभावित क्षेत्र सिचुआन, गुइझोउ हुनान, युन्नान थे।
- गरीबी को कम करने के लिए पेयरिंग-अप रणनीति अपनाई गई। इस रणनीति के तहत, पश्चिम के विकासशील प्रांतों को पूर्व में विकसित प्रांतों से मदद प्रदान की गयी
इंटरनेट प्लस रणनीति
- इस रणनीति के तहत, “ताओबाओ विलेज” नामक ग्रामीण ई-कॉमर्स केंद्र बनाए गए।
- स्थानीय विशिष्टताओं और कृषि उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री को प्रोत्साहित किया गया।
- इससे चीन को दस लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त करने में मदद मिली।
पुनर्वास की रणनीति
- चीन ने पारिस्थितिक रूप से नाजुक या दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को शहरों के निकट के क्षेत्रों में स्थानांतरित किया।
- इसके तहत, 2016 से 2020 के बीच चीन ने 81 मिलियन से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया।
पांच-बैच नीति
- नीति के तहत औद्योगिक विकास, पर्यावरण-क्षतिपूर्ति, पुनर्वास, सामाजिक सुरक्षा और शिक्षा को अपनाया गया।