किसान ड्रोन (Kisan Drones) क्या हैं?
18 फरवरी, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को अपने खेतों में कीटनाशकों के छिड़काव में मदद करने के लिए भारत के विभिन्न शहरों और कस्बों में 100 किसान ड्रोन को हरी झंडी दिखाई।
मुख्य बिंदु
21वीं सदी की आधुनिक कृषि सुविधाओं की दिशा में यह एक नया अध्याय है। यह कदम ड्रोन सेक्टर के विकास में मील का पत्थर साबित होगा और असीमित संभावनाओं को भी खोलेगा।
पृष्ठभूमि
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 के बजट में कृषि और कृषि क्षेत्र के लिए बड़े प्रोत्साहन की घोषणा की। इसके एक भाग के रूप में, केंद्र वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान पूरे भारत में किसानों को डिजिटल और उच्च तकनीक सेवाएं और रासायनिक मुक्त प्राकृतिक खेती देने के लिए किसान ड्रोन, सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा दिया जायेगा। उन्होंने प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर देते हुए घोषणा की कि भूमि रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण, फसल मूल्यांकन और पोषक तत्वों और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए किसान ड्रोन को बढ़ावा दिया जाएगा।
ड्रोन शक्ति योजना (Drone Shakti Scheme)
इस योजना की घोषणा केंद्रीय बजट 2022 में की गई थी। बजट ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में स्टार्ट-अप और कौशल के माध्यम से ड्रोन को बढ़ावा देने के लिए जोर दिया। इस योजना के तहत, ड्रोन-एज़-ए-सर्विस (DrAAS) के लिए ‘ड्रोन शक्ति’ की सुविधा के लिए स्टार्ट-अप को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके तहत राज्यों के कुछ चुनिंदा ITIमें स्किलिंग के कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। कृषि, फोटोग्राफी, दूरसंचार, खनन, बीमा, तेल और गैस, परिवहन, निर्माण, आपदा प्रबंधन, रक्षा और कानून प्रवर्तन, भू-स्थानिक मानचित्रण, वन और वन्यजीव आदि क्षेत्रों में ड्रोन का उपयोग किया जा सकता है।