उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूल पर राष्ट्रीय कार्यक्रम : मुख्य बिंदु
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में “उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूल पर राष्ट्रीय कार्यक्रम” (National Programme on High Efficiency Solar PV Modules) नामक उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी।
उच्च दक्षता सौर पीवी मॉड्यूल पर राष्ट्रीय कार्यक्रम
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल में गीगा वाट पैमाने में विनिर्माण क्षमता हासिल करना है।
- इस योजना का कुल परिव्यय 4,500 करोड़ रुपये आंका गया है।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में एकीकृत सौर पीवी विनिर्माण इकाइयों की अतिरिक्त 10,000 मेगावाट क्षमता लाना है।
- यह सौर फोटो वोल्टाइक निर्माण परियोजनाओं में 17,200 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष निवेश लाएगा।
- इस योजना के शुरू होने के बाद पांच साल में 17,500 करोड़ रुपये को छूने की उम्मीद है।
- यह 1,20,00 का अप्रत्यक्ष रोजगार और 30,000 का प्रत्यक्ष रोजगार भी उत्पन्न करेगा।
- यह अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करेगा जो सौर पीवी मॉड्यूल में उच्च दक्षता हासिल करेगा।
योजना
सौर फोटो वोल्टाइक निर्माताओं को पारदर्शी प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से चुना जायेगा। यह योजना निर्माताओं को सौर फोटो वोल्टिक मॉड्यूल की उच्च क्षमता के साथ पुरस्कृत करेगी। साथ ही, घरेलू बाजारों से उनकी सामग्री की सोर्सिंग के लिए उन्हें प्रोत्साहन दिया जाएगा।
यह योजना महत्वपूर्ण क्यों है?
देश में सौर क्षमता वृद्धि काफी हद तक आयातित सौर फोटो वोल्टेइक सेल और मॉड्यूल पर निर्भर करती है। उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल पर राष्ट्रीय कार्यक्रम सौर पीवी कोशिकाओं और मॉड्यूल के आयात पर निर्भरता को कम करने में मदद करेगा। साथ ही, यह आत्मनिर्भर भारत पहल का समर्थन करेगा।
पीएलआई योजना
पीएलआई योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में विनिर्माण को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है। इस योजना से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे और निर्यात में काफी वृद्धि होगी।