आर्टिलरी रेजिमेंट (Regiment of Artillery) में महिला अधिकारीयों को शामिल किया जाएगा
एक ऐतिहासिक कदम के तहत, भारतीय सेना इस महीने के अंत में आर्टिलरी रेजीमेंट में महिला अधिकारियों की पहली खेप को कमीशन करने जा रही है। हॉवित्जर और रॉकेट सिस्टम को संभालने का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इन महिला अधिकारियों को चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) में पास आउट किया जाएगा।
महिला अधिकारियों का प्रशिक्षण और कमीशनिंग
इस महीने OTA से पास होने वाली महिला अधिकारियों को वायु रक्षा, सिग्नल, इंजीनियर, विमानन, ASC और आयुध जैसी इकाइयों में नियुक्त किया जाएगा। उनमें से कई को पहली बार आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल किए जाने की उम्मीद है। हालांकि, वे पहले उन इकाइयों में काम करेंगे जिन्हें उन्हें सौंपा गया है और फिर आर्टिलरी-विशिष्ट पाठ्यक्रमों से गुजरना होगा, जो 105 मिमी भारतीय फील्ड गन पर गनरी प्रशिक्षण के साथ शुरू होगा।
कॉम्बैट आर्म्स में महिलाएं
भारतीय सेना अभी भी महिला अधिकारियों को मुख्य युद्धक शाखाओं में शामिल होने की अनुमति नहीं देती है। हालाँकि, आर्टिलरी को ‘लड़ाकू-समर्थन शाखा’ के रूप में नामित किया गया है, और इसे चीन और पाकिस्तान दोनों के साथ अनसुलझे अस्थिर सीमाओं पर तैनात किया गया है। आर्टिलरी की रेजिमेंट में 280 से अधिक इकाइयां हैं जो विभिन्न प्रकार के हॉवित्जर, बंदूकें और मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम को संभालती हैं। इस इकाई में महिला अधिकारियों को शामिल करना भारतीय सेना में लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।