परली-वाजनाथ-विकाराबाद विद्युतीकरण परियोजना : मुख्य बिंदु
भारत 2024 तक रेलवे का 100% विद्युतीकरण हासिल करेगा। पांच अलग-अलग रेलवे जोन में लक्ष्य हासिल किया गया है। इसे प्राप्त करने वाला पांचवां क्षेत्र उत्तर मध्य रेलवे था। हाल ही में विकाराबाद-परली-वैजनाथ लाइन का विद्युतीकरण किया गया। यह 268 किलोमीटर का इलाका है। यह कर्नाटक, तेलंगाना और महाराष्ट्र राज्यों में लोगों को लाभान्वित करेगा।
मुख्य बिंदु
विकाराबाद-वाजनाथ-परली लाइन महाराष्ट्र (116 किमी), कर्नाटक (62 किमी) और तेलंगाना (90 किमी) राज्यों से होकर गुजरती है। इस लाइन का विद्युतीकरण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लाइन भारत के दक्षिणी हिस्सों और शिर्डी, पुणे और औरंगाबाद जैसे स्थानों को जोड़ती है।
महत्व
रेलवे का विद्युतीकरण तेल पर निर्भरता को कम करने में मदद करता है। इससे देश की राजस्व वृद्धि में वृद्धि होती है। केवल तेल आयात में कटौती करके, भारत अपने ऊर्जा व्यय का 77% बचा सकता है। भारत दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के कारण कनेक्टिविटी महंगी हो जाती है। 2020 में, भारतीय रेलवे ने 8 बिलियन से अधिक यात्रियों और 1400 मिलियन टन माल की ढुलाई की। यह अमेरिका, चीन और रूस के बाद दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेलवे प्रणाली है। इसलिए, यह आवश्यक है कि भारत रेलवे पर खर्च होने वाली अपनी ईंधन लागत में कटौती करे।