UNCTAD ने वार्षिक व्यापार और विकास पर रिपोर्ट जारी की
UNCTAD ने अपनी वार्षिक व्यापार और विकास रिपोर्ट 2022 (Trade and Development Report 2022) जारी की है।
मुख्य बिंदु
- संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में 2022 में विश्व अर्थव्यवस्था के 2.6% बढ़ने की उम्मीद है। यह पिछले साल की अनुमानित दर से 0.9 प्रतिशत अंक कम है। विकास के 2023 में 2.2% तक और कम होने की उम्मीद है।
- इस रिपोर्ट के मुताबिक रूस-यूक्रेन युद्ध के साथ-साथ उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में तेजी से बढ़ती ब्याज दरों और राजकोषीय सख्ती ने पहले ही वैश्विक मंदी को वैश्विक आर्थिक मंदी में बदल दिया है।
- उन्नत अर्थव्यवस्थाओं की मौद्रिक और राजकोषीय नीतियां वैश्विक मंदी और लंबे समय तक ठहराव को ट्रिगर कर सकती हैं। इससे 2008 के वित्तीय संकट और 2020 के COVID-19 प्रेरित झटके से भी बदतर स्थिति हो सकती है।
- इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्याज दरों में वृद्धि करके मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने का प्रयास एक जोखिम भरा जुआ है और इससे मंदी आएगी।
- अत्यधिक मौद्रिक सख्ती, विशेष रूप से वास्तविक मजदूरी में गिरावट, वित्तीय अशांति और बहुपक्षीय मंच से अपर्याप्त समर्थन, कई विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के साथ-साथ कुछ विकसित अर्थव्यवस्थाओं में ठहराव और अस्थिरता पैदा कर सकता है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था 2022 में 5.7% और 2023 में 4.7% बढ़ेगी। वित्त वर्ष 22 में, देश की जीडीपी 8.7% बढ़ी।
- 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, कमजोर सार्वजनिक व्यय और उच्च वित्तपोषण लागत से देश की आर्थिक गतिविधि प्रभावित हो रही है।
UNCTAD व्यापार और विकास रिपोर्ट
जिनेवा बेस्ड यह संयुक्त राष्ट्र निकाय वैश्विक चिंता के प्रमुख मौजूदा आर्थिक रुझानों और नीतिगत मुद्दों का विश्लेषण प्रदान करने के लिए 1981 से इस रिपोर्ट को जारी कर रहा है। यह वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सिफारिशें प्रदान करता है ताकि लोगों के जीवन में सुधार हो।