त्रिपुरा ने मुख्यमंत्री चा श्रमी कल्याण प्रकल्प (Mukhyamantri Chaa Srami Kalyan Prakalpa) योजना की घोषणा की
त्रिपुरा सरकार ने “मुख्यमंत्री चा श्रमी कल्याण प्रकल्प” नामक एक विशेष योजना की घोषणा की।
मुख्य बिंदु
- इस योजना का उद्देश्य त्रिपुरा के लगभग 7,000 चाय बागान श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
- चाय बागान के श्रमिकों को त्रिपुरा सरकार और केंद्र सरकार के लाभों को मिलाकर आवास, राशन और वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- त्रिपुरा सरकार इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 85 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
योजना के प्रमुख घटक
- चाय बागान श्रमिकों को मकान निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराना।
- बंद पड़े चाय बागानों की भूमि को सहकारिता के माध्यम से लीज आधार पर आवंटित करना।
- सभी पात्र परिवारों को प्राथमिकता समूह राशन कार्ड और सामाजिक पेंशन प्रदान करना।
- मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल सहायता और स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना।
- विकलांग व्यक्तियों के लिए सहायक उपकरण प्रदान करना
- पर्यावरण के अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए चाय बागानों के प्रबंधकों के साथ समन्वय करना।
- चाय बागान श्रमिकों के सभी घरों में पेयजल, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना।
त्रिपुरा में चाय उत्पादन
त्रिपुरा के 7,000 चाय बागान श्रमिकों में 75% महिलाएं हैं। पूरे त्रिपुरा में 54 चाय बागानों और 21 चाय प्रसंस्करण कारखानों के माध्यम से चाय का उत्पादन किया जा रहा है। चाय का उत्पादन मुख्य रूप से सिपाहीजला, उनाकोटी, पश्चिम त्रिपुरा और उत्तरी त्रिपुरा जिलों में वितरित किया जाता है।