ब्रेक्सिट सौदा (Brexit Deal) क्या है?
यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय संघ एक समझौते करने का प्रयास कर रहे हैं और अपने भविष्य के संबंधों की शर्तों को परिभाषित करने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि इसकी समय सीमा 31 दिसंबर, 2020 तक है।
ब्रेक्सिट सौदा क्या है?
यूनाइटेड किंगडम औपचारिक रूप से 31 जनवरी, 2020 को यूरोपीय संघ से बाहर हुआ था। देश ने इसके बाद 11 महीने के परिवर्तन काल (transition period) में प्रवेश किया, जिसके दौरान यह यूरोपीय संघ के नियमों का पालन करता रहा। इस परिवर्तन काल के दौरान, यूनाइटेड किंगडम ने यूरोपीय संघ के साथ एक समझौते पर बातचीत करने की कोशिश की। परिवर्तन अवधि समाप्त होने के बाद यह सौदा यूके और यूरोपीय संघ के बीच संबंधों के प्रमुख पहलुओं को निर्धारित करेगा। इसमें रक्षा, व्यापार समझौता, आव्रजन, सुरक्षा इत्यादि शामिल हैं। यह सौदा यूके और यूरोपीय संघ के संबंधों को निर्धारित करेगा, इसे ब्रेक्सिट सौदा कहा जाता है। इस सौदे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है।
प्रमुख चिंताएँ
- यूरोप का उच्चतम न्यायालय यूरोपीय कानून का अंतिम मध्यस्थ बना रहेगा।हालाँकि, यूके सरकार ने घोषणा की है कि ECJ (यूरोपियन कोर्ट ऑफ़ जस्टिस) का सीधा अधिकार क्षेत्र समाप्त हो जाएगा।
- यूरोपीय संघ के देशों में ब्रिटेन के नागरिकों के यात्रा नियम और ब्रिटेन में यूरोपीय नागरिकों के लिए यात्रा नियमों पर अभी निर्णय लिया जाना बाकी है।गौरतलब है कि अब यूरोपीय स्वास्थ्य बीमा कार्ड अधिकांश ब्रिटिश नागरिकों के लिए मान्य नहीं होगा।
- यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय संघ में वित्तीय सेवाओं और नियमों के लिए अब अलग-अलग व्यापार समझौते हैं। दोनों भागीदारों को अभी तक एक दूसरे के नियमों को मान्यता देना बाकी है।इससे वित्तीय कंपनियों को अपनी सेवाओं का निर्यात करना मुश्किल हो रहा है।
- यूरोपीय संघ और ब्रिटेन को डेटा सुरक्षा नियमों पर निष्कर्ष निकालना अभी बाकी है।
- इससे पहले, यूरोपीय संघ के सभी देशों द्वारा यूके के पेशेवरों को मान्यता दी गई थी।अब, ब्रेक्सिट के बाद, उनकी व्यावसायिक योग्यता की मान्यता में प्रतिबंध लग सकता है।
- ब्रिटेन को यूरोपीय संघ के कई डेटाबेस तक पहुंच अब नहीं मिलेगी, जिसका उपयोग पुलिस हर रोज करती है।