सिक्किम में भारतीय सेना का पहला ग्रीन सोलर एनर्जी हार्नेसिंग प्लांट
भारतीय सेना ने हाल ही में सिक्किम में पहला ग्रीन सोलर एनर्जी हार्नेसिंग प्लांट (Green Solar Energy Harnessing Plant) शुरू किया। इसे भारतीय सेना के सैनिकों को लाभ पहुंचाने के लिए लॉन्च किया गया था।
प्लांट के बारे में
- यह प्लांट वैनेडियम (Vanadium) आधारित बैटरी तकनीक का उपयोग करता है।
- इसे 16,000 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है।
- इस प्लांट की क्षमता 56 KVA है।
- यह आईआईटी मुंबई के सहयोग से पूरा हुआ है।
भारतीय सेना की अन्य हरित पहल
- भारतीय सेना ने हाल ही में (अप्रैल, 2021) जालंधर छावनी में एक सौर ऊर्जा संयंत्र शुरू किया है।इसे विश्व पृथ्वी दिवस पर लॉन्च किया गया था। इसके अलावा, इसे “गो ग्रीन” पहल के एक भाग के रूप में लॉन्च किया गया था।
- इस सयंत्र का निर्माण 16 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था।
- यह छावनी में सैन्य अस्पताल के लिए समर्पित है।
- यह संयंत्र पांच एकड़ भूमि में स्थापित किया गया था।
- इस परियोजना ने 1MW सौर ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए 3,176 सौर पैनल स्थापित किए हैं।
- इस परियोजना से सालाना 15 लाख यूनिट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा और इससे प्रति वर्ष 1 करोड़ रुपये की बचत होगी।
वैनेडियम (Vanadium)
- जनवरी 2021 में, वनैडियम अरुणाचल प्रदेश में खोजा गया था।यह भारत में वनैडियम की पहली खोज थी।
- भारत विश्व में वैश्विक वेनेडियम उत्पादन का 4% उपभोग करता है।
- यह 60 विभिन्न खनिजों और अयस्कों में पाया जाता है जिसमें कारनोटाइट, वनाडेट, रोसकोलाइट, पेट्रोनाईट शामिल हैं।
- वैनेडियम का उपयोग स्टील मिश्र धातु, अंतरिक्ष वाहन, परमाणु रिएक्टर आदि बनाने में किया जाता है। इसका उपयोग गर्डर्स, पिस्टन रॉड बनाने में भी किया जाता है।वैनेडियम रेडॉक्स बैटरी का उपयोग सुपरकंडक्टिंग मैग्नेट में किया जाता है। उनका उपयोग ऊर्जा के विश्वसनीय अक्षय स्रोतों को बनाने के लिए भी किया जाता है।
- वनैडियम का रंग सिल्वर है।यह एक संक्रमणकालीन धातु है, जो गर्मी और बिजली का अच्छा संवाहक है।