भारत का स्वास्थ्य सेवा उद्योग 2022 में 372 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा : नीति आयोग
भारत के स्वास्थ्य सेवा उद्योग के 2022 में 372 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। देश का स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पिछले पांच वर्षों में तेजी से बढ़ा है, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर लगभग 22% है।
मुख्य बिंदु
नीति आयोग ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के अवसरों की सीमा को रेखांकित करते हुए एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें अस्पताल, चिकित्सा उपकरण, स्वास्थ्य बीमा, टेलीमेडिसिन, गृह स्वास्थ्य इत्यादि शामिल हैं। हेल्थकेयर राजस्व और रोजगार दोनों के मामले में भारतीय अर्थव्यवस्था के सबसे बड़े क्षेत्रों में से एक बन गया है।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के अनुमान के अनुसार, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र 2017-22 के बीच भारत में 27 लाख अतिरिक्त नौकरियां पैदा कर सकता है। इस रिपोर्ट को नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल, सीईओ अमिताभ कांत और अतिरिक्त सचिव डॉ. राकेश सरवाल ने जारी किया।
नीति आयोग
यह भारत में एक पॉलिसी थिंक टैंक है जिसे 2015 में योजना आयोग के स्थान पर स्थापित किया गया था। सस निकाय की स्थापना सहकारी संघवाद के साथ सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से की गई थी। प्रधानमंत्री नीति आयोग के अध्यक्ष होते हैं।
नीति आयोग के सदस्य
- प्रधानमंत्री नीति आयोग के अध्यक्ष होते हैं।
- इसमें एक गवर्निंग काउंसिल भी शामिल है जिसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों के लेफ्टिनेंट गवर्नर शामिल हैं।हालांकि, इसमें दिल्ली और पुदुचेरी शामिल नहीं है।
- इसमें क्षेत्रीय परिषदें भी हैं जो राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों से बनी हैं।