10 लाख गांठों का निर्यात करेगा कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया

कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI)  मौजूदा सीजन में कम से कम 10 लाख गांठ कपास निर्यात करने की योजना बना रहा है। इस योजना की जानकारी CCI के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार अग्रवाल ने दी है।

मुख्य बिंदु

रिपोर्ट्स के अनुसार, चालू कपास सत्र यानी अक्टूबर 2020-सितंबर 2021 से शुरू होने के बाद से CCI ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर लगभग 85 लाख गांठ कपास की खरीद की थी। जैसे-जैसे कपास की कीमतें बढ़ रही हैं, CCI ने MSP पर कपास की खरीद कम कर दी थी। किसानों को उनकी कपास की उपज के बेहतर दाम मिल रहे हैं।

सीसीआई मुख्य रूप से महाराष्ट्र और तेलंगाना में सक्रिय है। यह सीजन के अंत तक बाजार में बना रहेगा। सीसीआई द्वारा अब तक खरीदे गए कुल कपास में से, उसने घरेलू कपड़ा क्षेत्र में 12 लाख गांठ बेची हैं। अब तक, CCI ने लगभग 25,000 गांठ कपास का निर्यात किया है। अब, CCI इस सीजन में कम से कम 10 लाख गांठ निर्यात करने की योजना बना रहा है। इस निर्यात का अधिकांश हिस्सा बांग्लादेश को भेजे जाने के आसार हैं।

भारत-बांग्लादेश समझौता 

उम्मीद जताई जा रही है कि भारत और बांग्लादेश कपास निर्यात के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके अलावा, अन्य देशों में कपास का निर्यात व्यापारी निर्यातकों के माध्यम से भी हो सकता है।

कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI)

यह भारत सरकार के अधीन एक एजेंसी है जो देश में कपास की खरीद, व्यापार और निर्यात में शामिल है। इसकी स्थापना वर्ष 1970 में हुई थी और इसका मुख्यालय महाराष्ट्र के  मुंबई में है।

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