भारतीय नौसेना अमेरिका से ले सकती है F/A-18 सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट
अमेरिका की बोइंग कंपनी F/A-18 सुपर होर्नेट लड़ाकू विमान का निर्माण करती है। हाल ही में F/A-18 सुपर हॉर्नेट लड़ाकू विमान ने स्की-जंप का सफल प्रदर्शन किया है। इसके बाद, यह लड़ाकू विमान भारतीय नौसेना के विमान वाहक के लिए उपयुक्त बन गया है। इस विमान ने सभी आवश्यक पैरामीटर्स को पूरा कर लिया है।
मुख्य बिंदु
F/A-18 ब्लॉक III सुपर हॉर्नेट से भारतीय नौसेना की क्षमता में वृद्धि होगी और साथ ही अमेरिकी नौसेना के साथ भारतीय नौसेना के विमानन सहयोग में भी वृद्धि होने के आसार हैं। ‘स्की-जंप’ रैंप से F/A -18 सुपर हॉर्नेट के सफल संचालन ने इसे भारतीय नौसेना के लिए उपयुक्त बना दिया है। इससे स्पष्ट होता है कि सुपर हॉर्नेट भारतीय नौसेना के Short Take-off but Arrested Recovery (STOBAR) सिस्टम के साथ अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
अमेरिकी रक्षा कंपनियां पिछले कुछ समय से भारतीय रक्षा बलों को कई विमान पेश कर चुकी हैं, इससे पहले लॉकहीड मार्टिन ने भारतीय वायुसेना के लिए F-21 लड़ाकू विमान की पेशकश की थी।
फिलाहल बोइंग भारतीय नौसेना में सिंगल-सीटर (ई-वेरिएंट) में F/ A-18 सुपर हॉर्नेट और टू-सीटर वेरिएंट (एफ-वेरिएंट) की पेशकश कर रहा है। भारतीय नौसेना में F / A-18 सुपर हॉर्नेट P-81 विमान के साथ कार्य करेगा, इससे निश्चित रूप से नौसेना की क्षमता में वृद्धि होगी।
बोइंग ने ‘बाय इंडिया, फॉर इंडिया’ कार्यक्रम का प्रस्ताव रखा है, इस कार्यक्रम के तहत ब्लॉक III सुपर हॉर्नेट्स सर्विसिंग अमेरिका और बेस्ड में बेस्ड पार्टनर्स द्वारा की जायेगी।
DRDO की पेशकश
वर्तमान में, भारतीय नौसेना 2017 में 57 ट्विन इंजन ले डेक-बेस्ड फाइटर्स के लिए जारी की गयी Request for Information (RFI) के लिए प्राप्त प्रतिक्रियाओं का मूल्यांकन कर रही है ।
DRDO वर्तमान में एक ट्विन-इंजन डेक बेस्ड जेट विकसित करने की पेशकश कर रहा है, और नौसेना विमानों की संख्या को 57 से कम करके 36 करने पर विचार कर रही है।