पीएम मोदी ने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति मिर्जियोयेव के साथ वर्चुअल शिखर सम्मेलन में भाग लिया
11 दिसम्बर, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्ज़ियोएव के बीच एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। इस शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की। इसके अलावा दोनों देशों के नेताओं ने COVID-19 काल के बाद भारत-उज्बेकिस्तान संबंधों को मज़बूत करने समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
मुख्य बिंदु
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में अधोसंरचना, आईटी, शिक्षा, स्वास्थ्य इत्यादि के क्षेत्र में अपार क्षमता है जो कि उज्बेकिस्तान के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत उज्बेकिस्तान के साथ विकास के लिए भागीदारी को और आगे बढ़ाने का इच्छुक है। शावकत मिर्ज़ियोएव ने COVID-19 महामारी के दौरान भारत की सहायता के लिए भारत का आभार प्रकट किया।
2015 और 2016 में प्रधानमंत्री मोदी की उज्बेकिस्तान की यात्रा और 2018 और 2019 में राष्ट्रपति मिर्ज़ियोएव की भारत ने रणनीतिक साझेदारी को एक नया गतिशीलता प्रदान की है। पिछले कुछ समय में दोनों देशों के बीच कई उच्चस्तरीय वार्ताएं हुई हैं, जिसके परिणामस्वरूप दोनों देशों के सम्बन्ध प्रगाढ़ हुए हैं।
भारत-उज्बेकिस्तान व्यापार सम्बन्ध
- भारत उज्बेकिस्तान को फार्मास्यूटिकल उत्पाद, मैकेनिकल उपकरण, वाहन, ऑप्टिकल उपकरण इत्यादि का निर्यात करता है।
- भारत मध्य एशियाई देशों से फल व सब्जी उत्पाद, उर्वरक, लुब्रिकेंट्स इत्यादि का आयात करता है।
- उज्बेकिस्तान के अंदिजन क्षेत्र में उज्बेक-भारत मुक्त फार्मास्यूटिकल जोन का निर्माण किया जा रहा है। यह किर्गिजस्तान के साथ लगता है। इसका उद्देश्य फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करना है।