आयुष उत्पादों के लिए सरकार निर्यात संवर्धन परिषद का गठन करेगी
आयुष निर्यात को बढ़ावा देने के लिए वाणिज्य, उद्योग और आयुष मंत्रालयों ने निर्यात संवर्धन परिषद की स्थापना के लिए मिलकर काम करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और आयुष मंत्री श्रीपद नाइक द्वारा आयुष व्यापार और उद्योग की समीक्षा बैठक में लिया गया।
मुख्य बिंदु
इस दौरान यह भी तय किया गया कि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सम्पूर्ण आयुष सेक्टर मूल्य और गुणवत्ता प्रतिस्पर्धा को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करेगा। इस बैठक का आयोजन वीडियो कांफ्रेंस के जरिए किया गया। इसमें आयुष क्षेत्र के लगभग 50 उद्योग और व्यापार जगत के नेताओं ने भाग लिया। वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए आयुष सेक्टर के 2000 से अधिक स्टेक-होल्डर्स भी इस ई-इवेंट में शामिल हुए।
आयुष
भारत में प्राकृतिक चिकित्सा का इतिहास काफी पुराना है, भारत में 5000 वर्षों से भी अधिक समय से प्राकृतिक व वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली का उपयोग किया जाता रहा है। आयुष का पूर्ण संस्करण आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्ध और होमियोपैथी है (AYUSH : Ayurveda, Yoga and Naturopathy, Unani, Siddha and Homoeopathy)। 5 नवम्बर को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है, पहली बार वर्ष 2016 में आयुर्वेद दिवस मनाया गया है। वर्ष 2017 में यूनानी दिवस की स्थापना की गयी थी, इसे 11 फरवरी को मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त 4 जनवरी को सिद्ध दिवस तथा 18 नवम्बर को नेचुरोपैथी दिवस मनाया जाता है।