कर्नाटक का लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम क्या है?
कर्नाटक सरकार ने लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (LMS) को डिजिटल मोड में लॉन्च किया है, इसे राज्य के सरकारी कॉलेजों में लागू किया जाएगा।इस डिजिटल प्लेटफॉर्म में विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम के अनुसार तैयार की गयी पीपीटी, वीडियो, क्विज़, असाइनमेंट और ई-स्टडी सामग्री उपलब्ध होगी। यह देश में अपनी तरह की पहली पहल है, जिसका उद्देश्य डिजिटल शिक्षा को प्रोत्साहित करना और उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात में सुधार करना है।
विशेषताएं
- लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम से 5 लाख छात्रों और 24000 शिक्षकों को फायदा होगा।
- लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम को 1 4 करोड़ रुपए की लागत से लागू किया जायेगा।
- इस सिस्टम को दो तरीकों से स्थापित किया जायेगा – 2500 आईसीटी सक्षम कक्षाएं स्थापित की जाएँगी और प्रबंधन प्रणाली आधारित डिजिटल लर्निंग शुरू की जाएगी।
- कर्नाटक शिक्षण प्रबंधन प्रणाली 430 सरकारी प्रथम श्रेणी महाविद्यालयों, 14 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों और 87 सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों को कवर करेगी।इस प्रणाली से उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात में सुधार होने की उम्मीद है।
सकल नामांकन अनुपात (Gross Enrolment Ratio)
- यह छात्रों की उम्र के बावजूद, शिक्षा प्रणाली में नामांकित छात्रों की संख्या है।
- उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण, AISHE रिपोर्ट को शिक्षा मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया है, यह रिपोर्ट देश में लिंगभेद के बारे में विवरण प्रदान करती है।
AISHE, 2019 के मुख्य निष्कर्ष
- इस रिपोर्ट के अनुसार, देश में 2019 में लिंग भेद पिछले वर्ष की तुलना में कम हो गया है।
- 2019 में उच्च शिक्षा में कुल नामांकन का लगभग 6% हिस्सा लड़कियों का था।
- उच्च शिक्षा में अन्य राज्यों की तुलना में कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में अधिक लड़कियों का नामांकन हुआ।