सिरकुडी मंदिर, तमिलनाडु

सिरुकुडी मंदिर एक स्थान (सिरकुडी) पर स्थित है जो कावेरी नदी के दक्षिण में स्थित तेवरा स्टेलम की श्रृंखला में 60 वां है। यहां शिव को संतोषलिंगलिंगमूर्ति के रूप में चित्रित किया गया है।

किंवदंती: इस मंदिर में गरुड़, मंगल और गंधर्वों की पूजा की जाती है, जिसे सुकश्मपुरी के नाम से जाना जाता है। किंवदंती है कि पार्वती ने एक मुट्ठी भर पृथ्वी के साथ बने शिवलिंग के रूप में शिव की पूजा की थी इसलिए सिरु-पिडी नाम बदलकर सिरुकुडी हो गया। यहाँ स्थित शिवलिंग एक प्रथ्वीलिंगम है और इसलिए कोई अभिषेकम नहीं दिया जाता है। संतोषलिंगलिंगमूर्ति की छवि का यहां बहुत महत्व है। जिसे मंगलम्बिका भी कहा जाता है, मंगलवार के दिन यहां पूजा करना शुभ माना जाता है।

मंदिर: पूर्व की ओर मुख वाले इस मंदिर में त्रिस्तरीय राजगोपुरम है। यहाँ पर मंगलाविनायक और सुब्रमण्यर के मंदिर हैं।

त्यौहार: मासिगम और अरुद्र दरिसलम त्यौहार यहाँ मनाए जाते हैं।

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